सुख-शांति अनुभव करने के लिये हमें अपने मन का वातानुकूलन करना होगा। अध्यात्म का अभ्यास इसमे हमारा सहायक होता है। आध्यात्मिकता का यह संदेश, भारत की विश्व को बहुत बड़ी देन है।

Source: chimes