कहती है कि तुम खुद पर विश्वास करो। सब कुछ तुम्हारे अंदर ही है। ईश्वरसर्व-व्यापी चेतना है।
अपने क्षुद्र अहंकार से मुक्त होने के लिये यह दृढ़ विश्वास आवश्यक है कि मेरी आत्मा तथा परमात्मा एक हैं। यही विश्वास सच्चे जीवन उत्सव की आधारशिला है। -अम्माpic.twitter.com/44FRkkPyNE