केवल आर्थिक सहायता देकर, माता-पिता को संतोष नहीं कर लेना चाहिये। अपितु बच्चों को जीवन मूल्य भी समझाने चाहिये। कितनी ही शिक्षा तथा धन दिया जाये, माता-पिता से विरासत में प्राप्त प्रेम तथा संस्कारों के बल पर ही बच्चे प्रेम का आदान-प्रदान एवं चुनौती-पूर्ण जीवन का सामना कर सकेंगे।

Source: chimes