भारतीयः Photo – “धर्म की भाषा प्रेम की भाषा है। लेकिन इस भाषा को आधुनिक दुनियाँ भुला बैठी है। आज के युग में सभी समस्याओं का मूल कारण यही है। आज जिसे हम जानते हैं, वो सीमित स्वार्थपूर्ण प्रेम के सिवाय कुछ नहीं। इस सीमित प्रेम का भक्ति में परिवर्तन, धर्म क… http://amrit.am/2nLJlSS 

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