दिव्य प्रेम हमारा स्वरुप-मात्र है। प्रेम हम सभी के अंदर चमचमा रहा है। इस प्रेम की शक्ति के बिना किसी प्रकार का कोई प्राकट्य नहीं हो सकता। -अम्मा pic.twitter.com/2RVqKpzXhm
Source: chimes

दिव्य प्रेम हमारा स्वरुप-मात्र है। प्रेम हम सभी के अंदर चमचमा रहा है। इस प्रेम की शक्ति के बिना किसी प्रकार का कोई प्राकट्य नहीं हो सकता। -अम्मा pic.twitter.com/2RVqKpzXhm
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